नमामि गंगे मॉडल के तहत गंगा नदी को किया गया साफ --जानिए क्या बोले गंगा मिशन के महानिदेशक जी. अशोक कुमार?
NBL PATNA : गंगा की निर्मलता और अविरलता के 'नमामि गंगे' कार्यक्रम को नदी स्वच्छता का एक मॉडल करार देते हुए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी. अशोक कुमार ने दावा किया कि कुछ प्रारंभिक समस्याओं को दूर करते हुए पिछले आठ वर्षों में नदी की मुख्यधारा पर सफाई का काम लगभग पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि अब सहायक नदियों पर ध्यान दिया जा रहा है।
कुमार ने दावा किया कि गंगा नदी के जल के साफ होने का प्रमाण यह है कि इसमें डॉल्फिन और जैव विविधता में बढ़ोतरी हुई है तथा रासायनिक परीक्षण और प्रयोगशाला जांच से भी स्पष्ट हुआ है कि गंगा नदी के पानी की गुणवत्ता बेहतर हुई है।
नमामि गंगे परियोजना की रफ्तार धीमी होने को लेकर आरोप पर कुमार ने कहा कि वर्ष 2014 में जब कार्यक्रम को मंजूरी दी गई थी तब कुछ समस्याएं थीं जो विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर), राज्यों में क्षमता निर्माण, भूमि आदि से जुड़ी थीं।
उन्होंने कहा कि लेकिन पिछले दो वर्षों में इसको लेकर काफी काम हुआ है और अभी 3000 एमएलडी जलमल शोधन क्षमता तैयार हो गई है।