जेडीयू का हुआ राजद में विलय ,औपचारिकता ऐलान बाकी --उपेन्द्र कुशवाहा .. क्या है रणनीति ?

जेडीयू का हुआ राजद में विलय ,औपचारिकता ऐलान  बाकी --उपेन्द्र कुशवाहा .. क्या है रणनीति ?
जेडीयू का हुआ राजद में विलय ,औपचारिकता ऐलान  बाकी --उपेन्द्र कुशवाहा .. क्या है रणनीति ?

NBL PATNA : विपक्षी एकजुटता के किसी भी पहल को अब कामयाबी नहीं मिलेगी। उनके पास अब कुछ नहीं बचा है। न सोच है, न विजन है और न दृष्टि है। यह कहना है कि रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का।

कुशवाहा ने विपक्षी एकता पर बोलते हुए कहा कि इतने लोगों को पटना में इकट्ठा किया, लेकिन इस बैठक का नतीजा क्या निकला, सिर्फ अगली बैठक का तारीख निकली। बैठक के बाद सभी नेता के अलग-अलग बयान दे रहे हैं। केजरीवाल, ममता अलग राह पर हैं। जो लक्षण दिख रहा है, उसमें कहीं से भी इसमें कामयाबी मिलती नहीं दिख रही है।

जहां तक बिहार की बात है, यहां सबसे ज्यादा दुर्गती महागठबंधन की होनेवाली है। क्योंकि देश और बिहार के लोग उन्हें समझ चुके हैं।

उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर से राजद और जदयू के एक होने की बात दोहराते हुए अब सिर्फ औपचारिकता बची है। कभी भी विलय की घोषणा हो सकती है। तारीख का ऐलान जल्द कर दिया जाएगा। जदयू पर पूरी तरह से राजद का एकाधिकार हो गया है।

उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू एमएलसी रामेश्वर द्वारा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए आरोपों को लेकर बताया कि यह अब रोज सुनने को मिलेगा। जदयू में दो-तीन नेताओं को छोड़ सब बाहर निकलने की तैयारी में है, क्योंकि उन्हें पता कि है कि जदयू का अस्तित्व खत्म होनेवाला है। इसलिए जदयू का अब कोई भविष्य नहीं है।