आरा : ऑनलाइन सट्टेबाजी के दलदल में फंस रहे युवा, कराेड़पति बनने के चक्कर में गंवा रहे जमा पूंजी...
आरा : क्रिकेट में सट्टा खेलने की लत से युवा वर्ग बर्बाद हो रहा है। रोजाना हजारों रुपये मैच के जीत-हार, टॉस और चौका-छक्का पर दांव लगा रहे हैं। इसमें सटोरियों की चांदी रहती है। शहर तो शहर अब तो गांव देहात में भी सट्टा बाजार फल फूल रहा है। जानकारी के अनुसार हर रोज लाखों रुपये का वारा-न्यारा हो रहा है।
युवा तो युवा स्कूली बच्चे भी इस खेल में लगे हैं। बच्चे भी अपने दोस्तों के साथ जीत हार रकम लगा रहे हैं। क्रिकेट के आड़ में ऑनलाइन जुआ का गंदा खेल चल रहा है। कुछ लोग ऐसे हैं, जो बकायदा इस धंधे को अंजाम दे रहे हैं।
खास तो यह है कि इस सट्टा बाजार के बारे में यहां की पुलिस को अब तक कोई भनक नहीं है। जबकि, हकीकत यह है कि इस खेल में युवाओं के चलते कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं। सट्टा में पैसा का खेल मोबाइल से हो रहा है। यही वजह है कि इस धंधे में संलिप्त लोगों तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है।
सट्टा बाजार में सबसे अधिक युवाओं की सहभागिता रह रही है। सट्टा का बाजार ऐसा है कि सौ और पचास रुपये से लेकर हजारों रुपये दांव पर लगाया जा रहा है। इसमें बिचौलिए भी हर रोज हजारों रुपये की कमाई कर रहे हैं।
इस खेल में मोबाइल का अहम रोल है। घर बैठे युवा दांव पर पानी की तरह पैसा लगा रहे है। इन लोगों की मानें तो सट्टा खेलाने का कारोबार में बड़ा रैकेट काम कर रहा है।