समाज के लिए सहनी का छलका दर्द, कहा, लोग चांद पर घर बनाने की सोच रहे, निषादों के लिए धरती पर भी घर नहीं ..क्या है रणनीति ?

समाज के लिए सहनी का छलका दर्द, कहा, लोग चांद पर घर बनाने की सोच रहे, निषादों के लिए धरती पर भी घर नहीं ..क्या है रणनीति ?
समाज के लिए सहनी का छलका दर्द, कहा, लोग चांद पर घर बनाने की सोच रहे, निषादों के लिए धरती पर भी घर नहीं ..क्या है रणनीति ?

NBL PATNA : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में उत्तर प्रदेश में हैं। 

शनिवार को यात्रा की शुरुआत से पहले बलिया के सतीश चंद्र कॉलेज मैदान में एक महती जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज लोग चांद पर घर बनाने की सोच रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि निषाद के लोगों के रहने के लिए धरती पर भी घर नहीं है।

 उन्होंने इसके लिए निषादों को आरक्षण नहीं मिलने को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर आज यूपी, बिहार और झारखंड में भी अन्य कई राज्यों की तरह निषादों को आरक्षण मिला रहता तो यह स्थिति नहीं होती। निषाद युवा भी कहीं, डाक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, आईएएस अधिकारी होते। 

इससे पहले यहां पहुंचने पर हजारों लोगों ने श्री सहनी का भव्य स्वागत किया। इस दौरान युवाओं ने सहनी पर फूलों की बारिश की। सभा के बाद उपस्थित लोगों के हाथो में गंगाजल दिलाकर आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य और उसके अधिकार के लिए संघर्ष करने का संकल्प दिलवाया। 

'सन ऑफ मल्लाह ' के नाम से चर्चित श्री सहनी इसके बाद संकल्प रथ पर सवार होकर जनारी तिरहा, बसरीकापुर, भरसौता (हल्दी), प्रबोधपुर, बैरिया इंटर कॉलेज, रेवती होते हुए हालपुर पहुंचे। इन सभी स्थानों पर पहले से उनके इंतजार में खड़े हजारों लोगों ने श्री सहनी के पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। 

वीआईपी प्रमुख ने सभी स्थानों पर उपस्थित लोगों को अधिकार के लिए संघर्ष करने के लिए संकल्प करवाया।

श्री सहनी ने कहा कि अगर हमारे समाज के लोगों ने भी पहले अपने अधिकार के प्रति संजीदा होते और संघर्ष किए होते तो आज हमारी स्थिति ऐसी नहीं होती।

 उन्होंने कहा कि अब जो हमारी बात सुनेगा उसकी ही बात हम सुनेंगे, जो हमारी बात नहीं सुनेगा उसकी बात हम भी नहीं सुनेंगे। उन्होंने कहा कि आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं और गठबंधन नहीं तो वोट नहीं। उन्होंने दावा करते हुए निषाद इस बार संकल्प ले चुके हैं, कि वे अपने ही लोगों की सुनेंगे।