लोकसभा में आरा सांसद ने दिखाया रेलवे का असली चेहरा, दलाल से बोलिए तुरंत टिकट मिल जाएगा...

लोकसभा में आरा सांसद ने दिखाया रेलवे का असली चेहरा, दलाल से बोलिए तुरंत टिकट मिल जाएगा...

आरा : आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने लोकसभा में रेलवे बजट पर अपनी बात रखी। उन्होंने आरा और सासाराम के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण की मांग की। साथ ही, आरा पूर्वी गुमटी पर फुट ओवर ब्रिज बनाने की भी अपील की। सांसद ने सीनियर सिटीजन के लिए रियायतें बहाल करने, आरा में राजधानी एक्सप्रेस के ठहराव और आरा-भभुआ-मुंडेसवरी रेल लाइन बनाने की मांग की।

सुदामा प्रसाद ने रेलवे के विकास के लिए अलग बजट पेश करने की वकालत की। उन्होंने रेलवे के निजीकरण का विरोध किया और कहा कि इससे पूंजीपतियों को फायदा होगा और लाखों नौकरियां जाएंगी। उन्होंने रेलवे में जनरल बोगियों की संख्या बढ़ाने, बुकिंग सिस्टम में भ्रष्टाचार रोकने और रेलवे को आम आदमी के लिए सुलभ बनाने की मांग की। सांसद ने रेलवे में खाली पदों को भरने और गेटमैन की ड्यूटी 8 घंटे करने की भी मांग की।

सांसद ने सदन में कहा कि दलालों के जरिए ट्रेनों में टिकट मिलता है। उन्होंने कहा, वेटिंग तीन महीने की होती है, लेकिन आप ब्रोकर को कहिए आपको उसी दिन की कंफर्म टिकट करवा देगा। मेरा सवाल है कि आखिर 3 महीने की वेटिंग में ब्रोकर को टिकट कहां मिल जाता है? 1000-500 रुपये में तुरंत सीट मिल जाती है। इस पर सरकार को सख्ती से ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने दावा किया जनरल बोगियों को लगातार कम किया जा रहा है। पहले जनरल बोगियां 12-12 की तादाद में होती थी, लेकिन अब उनको कम किया जा रहा है। पटना-मुजफ्फरपुर और कटिहार में ट्रेनों में यात्रियों को भेड़-बकरियों की तरह भरा जा रहा है। इस पर तुरंत रोक लगे और जनरल की बोगियों को बढ़ाया जाए।

सुदामा प्रसाद भाकपा माले के नेता हैं और 2024 के चुनाव में आरा से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री आर के सिंह को हराया था। इससे पहले, वे भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं। सुदामा प्रसाद जनता की समस्याओं को उठाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने सदन में आर के पूर्वी रेलवे गुमटी पर अंडरपास न बनाए जाने का मुद्दा भी उठाया।

सुदामा प्रसाद ने कहा, 'रेलवे के विकास के लिए रेलवे का अलग बजट पेश करना चाहिए। रेलवे का निजीकरण बंद किया जाए। निजीकरण बंद होने से लाखों नौकरियों का रास्ता खुलेगा। रेलवे में जनरल बोगियों को बढ़ाया जाए। साथ ही रेलवे बुकिंग प्रणाली में भ्रष्टाचार पर रोक लगे। रेलवे को आम जनता के लिए लाइफ लाइन बनाया जाए ना कि अमीरों के लिए।'