आरा : गैंगरेप के विरोध में सड़क जाम, FIR के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराजगी...
आरा : भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत एक गांव में गुरुवार की रात लोजपा नेता की 13 वर्षीय बेटी से हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले को लेकर पीड़िता के परिजन एवं राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के कार्यकर्ताओं का आक्रोश शनिवार को भड़क उठा।
इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़िता के परिजन एवं राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के कार्यकर्ताओं ने न्यू सदर अस्पताल मॉडल भवन के गेट के सामने सड़क जाम कर दिया। सड़क जाम होने के कारण सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतारे लग गई एवं आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।
सड़क जाम के दौरान परिजन एवं राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की जा रही थी। घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी एक भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर उनके द्वारा भोजपुर पुलिस के खिलाफ मुर्दा बाद के नारे भी लगाए गए। वहीं सड़क जाम की सूचना पाकर भोजपुर सहायक पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार एवं टाउन थानाध्यक्ष संजीव कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और पीड़िता के परिजन व राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के कार्यकर्ताओं को समझाये।
बता दे की कोईलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत एक गांव में गुरुवार की रात जब पीड़ित छात्रा के पिता व बड़े भाई गांव में ही एक शादी समारोह में गए थे और वह अपने घर में अपनी मां एवं छोटे भाई के साथ मौजूद थी। उसी बीच गांव के ही सात की संख्या में रहे युवक उसके घर में घुस गए और गाली-गलौज करते हुए उसे जबरन उठाकर आलू के खेत में ले आए। सूचना पाकर जब परिजन वहां पहुंचे तो वह बेहोशी की हालत में पड़ी थी। इसके बाद परिजन द्वारा इसकी सूचना गीधा ओपी पुलिस को दी गई। सूचना पाकर ओपी इंचार्ज प्रियशीला पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंची और उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले आई थी।
वहीं परिजन द्वारा गांव के ही लडकों पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद पीड़िता के पिता के बयान पर छह लडको पर नामजक प्राथमिक की दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी लगातार छापेमारी भी कर रही है। इसके पश्चात पुलिस द्वारा पीड़िता का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच भी कराया गया और उसका न्यायालय में 164 का बयान भी दर्ज कराया गया। इधर पीड़िता के पिता ने बताया कि 1 तारीख की रात यह घटना घटी थी। इसके बाद पुलिस द्वारा अभी तक कुछ भी करवाई नहीं किया गया है। घटना के बाद उनकी बेटी बेहोश थी।
आज पुलिस द्वारा उस पर दबाव बनाया जा रहा है कि तुम्हारा भाई कुछ और कह रहा है और तुमने लिखकर कुछ और दिया है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी हो और उन्हें सजा मिले। ताकि इस तरीके की घटना जो मेरी बेटी के साथ घटी है। वह किसी की भी बेटी के साथ ना हो।
वहीं इस मामले में भोजपुर सहायक पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार ने बताया कि दुष्कर्म के मामले में प्राथमिक की दर्ज कर ली गई है और इन्वेस्टिगेशन जारी है। इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर द्वारा सही जांच की जाएगी। इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट व जो भी एविडेंस है उनको साथ में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर एफएसएल की टीम को भी जांच के लिए बुलाई गई थी। अभी पीड़िता को 164 का बयान कराने के लिए ले जा रहा है। ताकि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो सके।