विद्यालय में मिड-डे मील से बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर वीआईपी नेता संजीव मिश्रा का औचक निरीक्षण
शनिवार को मिड-डे मील में खिचड़ी-चोखा खाने से 100 से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी।

छातापुर प्रखंड अंतर्गत महम्मदगंज पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शंकर पट्टी में बीते शनिवार को मिड-डे मील में खिचड़ी-चोखा खाने से 100 से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। गंभीर स्थिति को देखते हुए परिजनों द्वारा आनन-फानन में बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, छातापुर में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों की स्थिति में सुधार आया।
इस गंभीर घटना की जानकारी मिलते ही विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक श्री संजीव मिश्रा ने बुधवार को विद्यालय पहुंचकर घटनास्थल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मिड-डे मील में प्रयोग किए गए चावल को सड़ा हुआ पाया गया, जो सीधे तौर पर लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
इसके अतिरिक्त, श्री मिश्रा ने यह भी पाया कि विद्यालय में सरकार द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के तहत भेजी गई पुस्तकें और शैक्षणिक सामग्री उपेक्षित अवस्था में इधर-उधर फेंकी गई थीं, जिससे विद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठते हैं।
श्री मिश्रा ने बीईओ, डीईओ समेत जिला के वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि “छातापुर में यह कोई पहली घटना नहीं है। पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक दोषी विद्यालयकर्मियों पर कठोर कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे शांत नहीं बैठेंगे। “शिक्षा एक पवित्र प्रक्रिया है और उसमें भ्रष्टाचार अथवा लापरवाही किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जा सकती,” उन्होंने कहा।
निरीक्षण के दौरान श्री मिश्रा ने विद्यालय की जर्जर स्थिति को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि विद्यालय में केवल चार कमरे हैं और इन्हीं में कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई चलती है। शिक्षक की भारी कमी है और छात्र-छात्राओं को मिलने वाली मूलभूत सुविधाएं भगवान भरोसे हैं।
संजीव मिश्रा ने सरकार और शिक्षा विभाग से मांग की है कि—
1. मिड-डे मील की गुणवत्ता की नियमित निगरानी की जाए।
2. दोषी भोजन आपूर्तिकर्ता और विद्यालय कर्मियों पर सख्त कार्रवाई हो।
3. विद्यालय की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जाए।
4. विद्यालय में शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाए।
5. बच्चों को समय पर पाठ्य सामग्री व सुविधाएं सुनिश्चित कराई जाएं।
इस मौके पर श्री मिश्रा ने बच्चों के अभिभावकों से भी मुलाकात कर उनका हालचाल लिया और उन्हें आश्वासन दिया कि वीआईपी पार्टी इस मामले को लेकर सतत संघर्ष करेगी और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी।