मुसहरों के मसीहा! भीम सिंह भवेश की पीएम मोदी ने की तारीफ, इनके बारे में जानिए...
आरा : बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले पत्रकार भीम सिंह भवेश के काम की सराहना पीएम मोदी ने की है। मन की बात के 110वें एपिसोड में पीएम मोदी ने इनके कामों की तारीफ की। आरा के भीम सिंह भवेश मुसहरों के बीच मसीहा बनकर उभरे हैं। पिछले 20 वर्षों से वो समाज के निचले पायदन पर रहने वाले मुसहर जाति के लिए काम करते हैं। उनकी शिक्षा और अधिकारों को लेकर जागरूक कर रहे हैं। सरकारी योजनाओं के बारे में उन तक जानकारियां पहुंचाते हैं। उनके आर्थिक और सामाजिक उत्थान की बात समझाते हैं। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में भीम सिंह भवेश के कामों का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में मुसहर जाति का जिक्र किया। बिहार में इस जाति को हमेशा से हाशिये पर देखा जाता है। इस जाति के पिछड़ापन और दुर्दशा सबसे बड़ी वजह है। यही कारण है कि मुसहर समुदाय को अबतक बिहार में वो पहचान नहीं मिल पाई है, जिसकी वो हकदार हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में भोजपुर जिले के आरा के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी भीम सिंह भवेश का भी नाम लिया, जिन्होंने इस समाज के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य किया है।
भीम सिंह भवेश भोजपुर जिले के नामचीन पत्रकार और लेखक हैं। करीब दो दशक से मुसहर समाज के उत्थान लिए काम कर रहे हैं। भीम सिंह भवेश ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को बताया कि मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मेरे बारे में मन की बात में चर्चा हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने मेरा जिक्र किया है। भीम सिंह भवेश ने बताया कि वो 2003 से मुसहर समाज के लोगों के लिए काम कर रहे हैं लेकिन आज जो उपल्ब्धि मिली है वो अविस्मरणीय है। कभी इसकी उम्मीद उनको नहीं थी और आज जैसे ही इसकी सूचना उनको मिली उत्साह कई गुना बढ़ गया। उनके कार्यों की सराहना माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा की गई है। इस समाज को हमेशा वंचित वर्ग के श्रेणी में रखा गया है लेकिन वो लगातार 20 वर्षों से इस समाज के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। उनके द्वारा (पीएम मोदी) हमारी तारीफ करने के बाद हौसला और बढ़ गया है। जवाबदेही भी बढ़ी है, जिसके कारण और कुछ करने की तमन्ना दिल में जाग उठी है।
वैसे, भीम सिंह भवेश पेशे से पत्रकार हैं और आरा के रहने वाले हैं। बातचीत के क्रम में उन्होंने बताया कि रिपोर्टिंग के दौरान 2003 में आरा के जवाहर टोला स्थित एक मुसहर टोली में गया तो वहां की स्थिति और दुर्दशा देखकर बड़ा दुख हुआ। इसके बाद से ही मैंने मुसहर समाज की सेवा और उत्थान के लिए काम करने का प्रण लिया। इस दौरान वो 2003 में जिले के 9 अलग-अलग टोलों में गए और धीरे-धीरे उनका ये कारवां बढ़ता रहा। इस दौरान उन्होंने नई आशा नाम का एक संगठन बनाया। जिसके जरिए मुसहरों के उत्थान के लिए काम कर रहा हूं।
मुसहर समाज के लिए काम करने वाले भीम सिंह भवेश ने बताया कि उन्हें सुकून है कि आज वो दर्जनों युवा जो मुसहर समाज से आते हैं, सरकारी और गैर सरकारी सेवा में मेधा के बदौलत रोजगार/नौकरी कर रहे हैं। भीम सिंह भवेश ने बातचीत में बताया कि उनके द्वारा गोद लिए गए मुसहर टोला से आज हर साल युवा मैट्रिक-इंटर की परीक्षा पास कर रहे हैं। ये बच्चे पढ़ना-लिखना तक नहीं जानते थे। भीम सिंह ने बताया कि कई लड़के ऐसा भी हैं, जिनहोंने एमए की डिग्री हासिल की है। वहीं, दो-दो युवकों ने पीएचडी की डिग्री ली है। इस पर उनको गर्व है। उन्होंने बताया कि पीएम मेरे किए गए कार्यों का जिक्र करेंगे, ऐसा सपने में नहीं सोचा था। कभी-कभी लगता था कि जो काम कर रहा हूं, वो सही मुकाम तक पहुंच पा रहा है या नहीं। लेकिन आज जब अचानक से पीएम मोदी की मन की बात को सुना तो मुझे लगा कि मेरा सपना सच हो गया।
भीम सिंह भवेश ने भोजपुर जिले के अलग-अलग मुसहर टोलों में 109 स्वास्थ्य कैंप लगवाएं हैं। वहीं 17 हजार से अधिक लोगों का इलाज कराया है। उन्होंने 39 अनाथ बच्चों को परवरिश योजना का लाभ दिलाया है। साथ ही 3200 से अधिक लोगों को पेंशन दिलवाए हैं। पांच गांवों में उनकी संस्था नई आशा मुसहरों के विकास के लिए काम कर रही है। भीम सिंह भवेश ने चार पुस्तकें भी लिखी हैं, जिनमें से एक हाशिये पर हसरत मुसहर जाति के हालात पर ही है। इसका लोकार्पण राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी ने किया था। आज भीम सिंह भवेश के इस कार्यों की चारों तरफ सराहना हो रही है। सभी लोगों उनको बधाई दे रहे हैं। कई सालों के अथक प्रयास और मेहनत की बदौलत भीम सिंह को ये मुकाम हासिल हुआ है। जिसकी उन्होंने कल्पना भी कभी नहीं की थी लेकिन आज उनका सपना साकार हो गया।