नीतीश के चौधरी ने कर दिया तेजस्वी का वीडियो लीक, लालू के लाल की फजीहत तय !
पटना : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने भ्रमण के दौरान कहा था कि "नीतीश कुमार जी दो-दो बार हमारे पास गिड़गिड़ाने के लिए आए थे, हमारे पास वह वीडियो है जिससे हम दिखा सकते हैं की नीतीश जी बार-बार हमारे पास आकर गिड़गिड़ा रहे थे" के इस बयान पर पलटवार करते हुए आज बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने आज प्रेस वार्ता कर पलटवार किया ।
आगे उन्होंने कहा कि, "कल मैं पार्टी कार्यालय में आयोजित जनता दरबार में गया था जहां मुझे पत्रकारों ने इस बात को लेकर प्रश्न किया तो मैं उसके जवाब में कहा था कि अगर राजद के पास ऐसा कोई भी वीडियो है तो उसे सार्वजनिक करें, और उसके बाद लगभग तीन-चार बजे के आसपास माननीय प्रदेश अध्यक्ष राजद, श्री जगदानंद सिंह जी ने एक वीडियो जारी किया और यह बताया कि अशोक चौधरी जी ने इस वीडियो को सार्वजनिक करने का आग्रह किया था इसलिए हमने किया'' ।
श्री चौधरी ने कहा कि उस वीडियो को देखने से यह लगता है कि माननीय नेता माइक को दोनों हाथ से पकड़े हैं बहुत से लोग माइक को एक हाथ से पकड़ते हैं बहुत से लोग माइक को दो हाथ से पकड़ते हैं। राजद के लोगों को शायद "आग्रह और गिड़गिड़ाना" का अंतर नहीं पता है। शब्दकोश में दोनों के अलग-अलग मायने होते हैं। आग्रह का पर्यायवाची गिड़गिड़ाना नहीं होता है। यह दोनों अलग-अलग शब्द है लेकिन राजद की धारणा सिर्फ और सिर्फ माननीय नेता को नीचा दिखाना है और जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ताओं जो नीतीश जी की बात करते हैं उनके मिनेबल को गिराना है।
आगे उन्होंने कहा कि, "राजद का काम झूठी बात का प्रचार करना है क्योंकि राजद के द्वारा वीडियो गेम शुरू किया गया है तो मैं भी आपके सामने कुछ वीडियो पेश करना चाहता हूं।
1- इस वीडियो में लालू प्रसाद यादव जी ने खुद कहा है कि मुझे मुख्यमंत्री बनाने में नीतीश जी की क्या भूमिका है,
2- तेजस्वी जी हर जगह रहते हैं की नौकरी हमने दिलाया तेजस्वी जी खुद क्या कहते हैं नौकरी के बारे में और,
3- कैसे लालू जी यह कह रहे हैं की सबसे पहले नीतीश जी को हमने फोन किया था।
यह तीन वीडियो हम आज जारी कर रहे हैं जो हमारे कार्यकर्ताओं के मनोबल को ताकत देगा और दलित पिछड़ा वर्ग के वे लोग जो पिछले 18, 19 वर्षों से नीतीश जी के झंडे को मजबूती से थामे हुए हैं, उनका मनोबल ऊंचा हो किसी ने क्या कहा या नहीं कहा उससे ज्यादा महत्व हमारे लिए यह रखता है कि हमारे जो जमीनी कार्यकर्ता है उनको इन सब चीजों की जानकारी रहे।
कल माननीय प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह जी ने जो वीडियो जारी किया कि हमारे नेता गिड़गिड़ा रहे थे, जिसको हमने सार्वजनिक करने का आग्रह किया था, उस वीडियो में कहीं भी हमारे नेता गिड़गिड़ाते नजर नहीं आए लेकिन लालू प्रसाद यादव क्या कहते हैं नीतीश जी के बारे में वह सुनिए......
(वीडियो -1) लालू प्रसाद यादव जी की राजनीति के शुरुआती कार्यकाल की वीडियो है एक तरफ नेता प्रतिपक्ष जी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार जी गिड़गिड़ा रहे है और दूसरी तरफ उनके पिता लालू प्रसाद यादव जी बता रहे हैं कि कैसे लालू प्रसाद यादव जी की राजनीति की शुरुआती कार्यकाल में नेता विपक्ष बनाने में नीतीश कुमार जी ने अपनी भूमिका का निर्वहन किया,
(वीडियो -2) बेरोजगारी पर जो कह रहे हैं कि हमने आने के बाद रोजगार दिया खुद नेता प्रतिपक्ष उपमुख्यमंत्री रहते हुए गांधी मैदान से शिक्षकों को क्या कहा,
(वीडियो -3) तीसरा वीडियो जिसमें खुद लालू प्रसाद यादव कह रहे हैं की सबसे पहले हमने नीतीश जी को फोन किया नीतीश जी हमारे पास नहीं आए बल्कि हमने पहले नीतीश जी को फोन किया यह 2015 के पहले की बात है जो सत्यता है।
श्री चौधरी ने आगे कहा कि हम लोग किसी वीडियो गेम के फेर में नहीं रहते हैं। हमारे नेता हरदम बिहार की जनता के विकास के लिए तत्पर और उनके लिए चिंतित रहते हैं, और नीतीश कुमार की सबसे बड़ी पूंजी इस प्रदेश में विकास का है। जो प्रदेश 118 नरसंहार का बिहार था, 22000 करोड़ के बजट का बिहार था, 2-2 जेल ब्रेक वाला बिहार था, पूरी तरीके से मध्य बिहार लहूलुहान था नरसंहार में फंसा हुआ था, वैसी स्थिति वाला बिहार नीतीश कुमार को मिला था। आज जो बच्चे हमारे 18 साल के 19 साल के हैं उनको यह बात नहीं पता है कि नीतीश कुमार जी से पहले वाला बिहार कैसा था।
जो बड़े-बड़े लोग आज क्लेम कर रहे हैं कि बिहार उतनी गति से आगे नहीं बढ़ा जितनी गति से बढ़ सकता था उनको पता नहीं है कि किन विषम परिस्थितियों वाला यह बिहार था जहां जातीय उन्माद अपनी चरम पर था धार्मिक उन्माद अपनी चरम पर था कोई ऐसा ईद और बकरीद नहीं होता था जहां जाती और धार्मिक उन्माद नहीं होता था और आज नीतीश कुमार के 18 साल के कार्यकाल में एक भी धार्मिक उन्माद नहीं हुआ हैl जब कोई धार्मिक पर्व होता है तो रात-रात भर जगकर नीतीश कुमार पक्ष और विपक्ष सभी नेताओं को फोन करते हैं और प्रयास करते हैं कि हमारे प्रदेश में शांति बहाल रहेl सबसे पहले इस प्रदेश में राजद के शासनकाल में अपराधियों के द्वारा रंगदारी मांगना और अपहरण की शुरुआत उन्हीं के राज में हुआ था और राजनीतिक संपोषित और राजनीतिक संरक्षण में यह अपराध हुआ करता था जो लोग अपना PAST नहीं देखते हैं वह नीतीश कुमार पर उंगली उठाने का काम करते हैं।
अंत में श्री चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार जी की ईमानदारी नीतीश कुमार जी की सादगी और नीतीश कुमार की कार्य पद्धति पर पूरा देश अभियान करता है कि ऐसा नेता ना कभी हिंदुस्तान में पैदा हुआ है ना पैदा लेगा इसलिए हम नेता प्रतिपक्ष से कहेंगे कि आप और राजद के लोग अपनी राजनीति के लिए कीचड़ इधर मत फेंकिए क्योंकि कीचड़ में आप खुद पूरी तरह से डूबे हुए है।