नेशनल हेराल्ड का फर्जी केस मोदी सरकार की सोची समझी साजिश और राजनीतिक खीझ का सबूत : संतोष पाण्डेय
आरा : नेशनल हेराल्ड एंड एसोसिएटेड जनरल लिमिटेड से केस जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पहली चार्जशीट दाखिल करने के बाद अब कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आज बुधवार को कांग्रेसियों द्वारा आरा शहीद भवन मोड़ से आंबेडकर चौराहा तक प्रदर्शन मार्च किया गया। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शन मार्च में भोजपुर जिले कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।
कांग्रेस नेता संतोष पाण्डेय (प्रदेश प्रतिनिधि बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी) ने कहा कि नेशनल हेराल्ड का फर्जी केस मोदी सरकार की सोची समझी साजिश और राजनीतिक खीझ का सबूत है। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाना बनाया गया है। लेकिन कांग्रेस न कभी डरी है और न कभी डरेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।
क्या है नेशनल हेराल्ड केस...
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था।
आरोप के मुताबिक, कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड ऑर्गेनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड का अवैध अधिग्रहण कर लिया। स्वामी का आरोप था कि ऐसा दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था।
स्वामी ने 2000 करोड़ रुपए की कंपनी को केवल 50 लाख रुपए में खरीदे जाने को लेकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत केस से जुड़े कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने की मांग की थी। जून 2014 ने कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया। अगस्त 2014 में एड ने इस मामले में एक्शन लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। दिसंबर 2015 में दिल्ली के पटियाला कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को जमानत दे दी।